हवा हूँ, हवा मैंबसंती हवा हूँ। सुनो बात मेरी –अनोखी हवा हूँ। बड़ी बावली हूँबड़ी मस्तमौला।नहीं कुछ फ़िकर हैबड़ी ही निडर हूँजिधर चाहती हूँउधर घूमती…
Posts published in “बाल-साहित्य”
उठो लाल अब आँखें खोलो / सोहनलाल द्विवेदी
By मेरीकलम डेस्क : तृतीय on जनवरी 31, 2021
उठो लाल अब आँखें खोलो,पानी लायी हूँ मुंह धो लो। बीती रात कमल दल फूले,उसके ऊपर भँवरे झूले। चिड़िया चहक उठी पेड़ों पे,बहने लगी हवा…
दुआओं का असर / एक लोक कथा
By मेरीकलम डेस्क on जनवरी 23, 2021
एक बार की बात है, एक छोटा लड़का जिसका नाम भोला था। भोला अपने घर से कुछ दूर पहाड़ी पर अपनी गायें चराने के लिए…
ये नव वर्ष हमे स्वीकार नहीं / राष्ट्रकवि रामधारीसिंह दिनकर
By मेरीकलम डेस्क on दिसम्बर 30, 2020
ये नव वर्ष हमे स्वीकार नहींहै अपना ये त्यौहार नहींहै अपनी ये तो रीत नहींहै अपना ये व्यवहार नहींधरा ठिठुरती है सर्दी सेआकाश में कोहरा…
न दैन्यं न पलायनम् / अटल बिहारी वाजपेयी
By मेरीकलम डेस्क on दिसम्बर 25, 2020
कर्तव्य के पुनीत पथ को,हमने स्वेद से सींचा है।कभी-कभी अपने अश्रु और,प्राणों का अर्ध्य भी दिया है।। किंतु,अपनी ध्येय-यात्रा में,हम कभी रुके नहीं हैं।किसी चुनौती…