हो गई है पीर पर्वत-सी पिघलनी चाहिए,इस हिमालय से कोई गंगा निकलनी चाहिए। आज यह दीवार, परदों की तरह हिलने लगी,शर्त लेकिन थी कि ये…
Posts published in “फीचर्ड”
एक गाँव में एक ठग था. बहुत दिनों से बेकार था. गाँव में कोई उसकी ठगाई में आता नहीं था. सोचा, क्यों न गाँव से…